
Employees Salary Good News: बड़ी खबर सामने आ रही है हुंडई मोटर इंडिया और कर्मचारियों की तरफ से, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ पता चला है की हुंडई मोटर इंडिया और उनके कर्मचारियों के बीच सैलरी को लेकर समझौता हुआ है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की ऑटो सेक्टर की बड़ी कंपनी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) और कर्मचारियों की यूनियन यूनाइटेड यूनियन ऑफ हुंडई एम्प्लॉइज (UUHE) के बीच आखिरकार सैलरी को लेकर समझौता हो गया है। इस समझौते के बाद कर्मचारियों की तनख्वाह में बड़ी बढ़ोतरी होने जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक़ यह समझौता तीन साल के लिए किया गया है, जो 1 अप्रैल 2024 से शुरू होकर 31 मार्च 2027 तक चलेगा। कंपनी का कहना है कि यह समझौता इंडस्ट्री में सबसे अच्छा है। इसके तहत कर्मचारियों की सैलरी में हर महीने कुल ₹31,000 की बढ़ोतरी होगी।
कर्मचारियों की सैलरी कितने चरणों में होगी
ऑनलाइन उपलब्ध जानकारी के अनुसार कर्मचारियों की सैलरी पहले साल में 55% की बढ़ोतरी होगी फिर दूसरे साल में 25% बढ़ोतरी होगी और फिर तीसरे साल में 20% बढ़ोतरी की जाएगी। कंपनी का कहना है कि यह समझौता कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच आपसी विश्वास और सम्मान को दर्शाता है। इसके अलावा, कर्मचारियों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं और वेलनेस प्रोग्राम भी दिए जाएंगे। कंपनी के अधिकारी यंगम्युंग पार्क ने कहा कि हुंडई की असली ताकत उसके कर्मचारी हैं और यह समझौता उनके लिए बेहतर माहौल बनाने की दिशा में एक कदम है।
इसमें यूनियन का क्या रोल है
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कर्मचारियों की यूनियन UUHE साल 2011 में बनी थी। यह HMIL के कर्मचारियों की आधिकारिक यूनियन है। 31 अगस्त 2025 तक यूनियन में 1,981 सदस्य हैं। इसमें कंपनी के लगभग 90% टेक्नीशियन और वर्कमैन कैडर शामिल हैं। इसका मतलब है कि कंपनी के ज्यादातर कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व यही यूनियन करती है।
हुंडई मोटर कंपनी के शेयर और IPO
समझौते की खबर आने के बाद गुरुवार को कंपनी का शेयर बीएसई पर 1.23% की तेजी के साथ ₹2,684 पर ट्रेड कर रहा था। कंपनी का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर ₹2,711 है।
हुंडई मोटर इंडिया ने पिछले साल देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाया था। इसका आकार ₹27,870 करोड़ का था। यह आईपीओ 15 से 17 अक्टूबर 2024 तक खुला था और इसका प्राइस बैंड ₹1,865-₹1,960 प्रति शेयर तय हुआ था। यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) था। इसके तहत पैरेंट कंपनी, यानी दक्षिण कोरिया की हुंडई मोटर ने अपनी हिस्सेदारी बेची थी।